निफ्टी 25,000 पार, सेंसेक्स 82,000 के ऊपर, अब गिरावट का डर या ग्रोथ का मौका? एक्सपर्ट की राय

शेयर बाजार में तेजी दिखाता सेंसेक्स और निफ्टी का ग्राफ

स्टॉक मार्केट में आई हालिया तेजी के बाद इनवेस्टर्स के मन में गिरावट का डर का माहौल अभी बरकरार है। लेकिन वाटरफील्ड एडवाइजर्स के विवेक राजारमन मानते हैं कि बाजार की वैल्यूएशन सही है और अर्थव्यवस्था की हालत मजबूत बनी हुई है।

बाजार में फिर लौटी रौनक: क्या यह बरकरार रहेगी?

हाल ही में भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। निफ्टी फिर से 25,000 के पार पहुंच गया है, वहीं सेंसेक्स 82,000 से ऊपर कारोबार कर रहा है। निवेशकों के मन में हालांकि यह डर भी है कि कहीं यह तेजी केवल कुछ समय के लिए हैं, क्योंकि बीते महीनों में निफ्टी 25,000 पार करते ही गिरने लगता था।

विवेक राजारमन का विश्लेषण: बाजार में ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं

वाटरफील्ड एडवाइजर्स के विवेक राजारमन के अनुसार, इस बार परिस्थिति कुछ अलग है। उन्होंने Moneycontrol से बातचीत में कहा:

  • बाजार की वैल्यूएशन फिलहाल संतुलित है।
  • Price-to-Earnings और Price-to-Book दोनों ही आधारों पर बाजार में कोई अधिकता नहीं है।
  • अर्थव्यवस्था की हालत मजबूत है और निवेश का प्रवाह अच्छा बना हुआ है।
  • Q4 FY25 में अर्निंग ग्रोथ 7.4% रही है, जो उम्मीद से ज्यादा है।
  • FY26 के लिए GDP ग्रोथ 6.3% से 6.8% के बीच रह सकती है।

बैंकिंग सेक्टर: सरकारी बैंकों ने मारी बाजी

राजारमन ने यह भी बताया कि:

  • प्राइवेट बैंकों की वैल्यूएशन Price-to-Book के अनुसार 2 से 3.3 गुना चल रही है।
  • यह आंकड़ा बीते 5 साल के औसत के आसपास है।
  • एक्सिस बैंक को छोड़कर अन्य बड़े प्राइवेट बैंकों में बीते वर्ष अच्छी तेजी देखी गई है।
  • सरकारी बैंकों का प्रदर्शन प्राइवेट बैंकों की तुलना में बेहतर रहा है।

डिफेंस सेक्टर में दिख रही लंबी रेस की तैयारी

राजारमन के अनुसार:

  • इंडियन डिफेंस सेक्टर दीर्घकालिक दृष्टि से बेहद संभावनाशील है।
  • भारत सरकार इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर ज़ोर दे रही है।
  • फिलहाल, 70% हिस्सेदारी सरकारी कंपनियों की है लेकिन प्राइवेट कंपनियों की भागीदारी भी लगातार बढ़ रही है।

निवेशकों के लिए सलाह: हाई वैल्यूएशन स्टॉक्स से रहें सतर्क

राजारमन ने निवेशकों को सलाह दी है कि:

  • हाई वैल्यूएशन वाले स्टॉक्स, जैसे मिडकैप स्टॉक्स में, फिलहाल निवेश घटाना सही रहेगा।
  • मिडकैप का PE रेशियो 34, जबकि निफ्टी 50 का 24 है।

भारत में बाजार की ऊंची वैल्यूएशन के पीछे तीन प्रमुख वजहें हैं:

  • अधिक लिक्विडिटी
  • बेहतर ग्रोथ संभावनाएं
  • पूरी तरह खुला और पारदर्शी बाजार

भारतीय शेयर बाजार में मौजूदा तेजी को देखते हुए यह कहना जल्दबाजी होगी कि अब केवल गिरावट ही आएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि मार्केट का फंडामेंटल मजबूत है और यह ट्रेंड निकट भविष्य में जारी रह सकता है। निवेशकों को चाहिए कि वे सावधानीपूर्वक सेक्टर चयन और वैल्यूएशन के आधार पर ही अपने निवेश निर्णय लें।

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डिस्कलेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। इसमें बताए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार हैं। किसी भी निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से अवश्य मिलें।

प्रवीन कुमार शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, लोन और सेविंग जैसे विषयों के जानकार लेखक हैं। वह Paisawale.in और Fincoloan.com पर नियमित रूप से लेख प्रकाशित करते हैं। उन्हें जटिल वित्तीय विषयों को सरल भाषा में समझाने में विशेष महारत हासिल है। प्रवीन का उद्देश्य आम पाठकों को निवेश और वित्तीय निर्णयों में सही दिशा देना है।

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