एसबीआई लाइफ पूर्ण सुरक्षा प्लान व्यक्तिगत, नाॅन लिंक्ड, नाॅन पार्टिसिपेंट, प्योर रिस्क बीमा पॉलिसी हैं। जो जीवन कवर के साथ साथ गंभीर बिमारी के लिए भी बीमा कवरेज देता हैं। पाॅलिसी टर्म के दौरान मृत्यु लाभ व गंभीर बिमारी कवरेज मे बैलेंस बना रहता हैं। पाॅलिसी टर्म के साथ साथ मृत्यु लाभ कम होता जाता हैं और गंभीर बिमारी कवरेज में बढ़ोतरी होती हैं। क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ गंभीर बिमारी की संभावना अधिक होती हैं। इस लिहाज से यह बीमा पॉलिसी एक अच्छा बीमा विकल्प हो सकती हैं।
यह सत्य हैं कि जीवन को दोबारा नहीं पाया जा सकता हैं। साथ ही गंभीर बिमारियों को भी टाला नहीं जा सकता हैं। मगर बीमा पाॅलिसी खरीदकर मृत्यु या गंभीर बिमारी से होने वाले वित्तीय नुकसान से निपटा जा सकता हैं।
SBI लाइफ पूर्ण सुरक्षा प्लान मृत्यु व गंभीर बिमारी दोनों के तहत बीमा कवरेज देता हैं। पाॅलिसी की हर साल गंभीर बिमारी कवरेज में बढ़ोतरी होती हैं। वहीं पाॅलिसी टर्म के दौरान प्रीमियम एक समान बना रहता हैं।
आयु सीमा | 18 से 65 वर्ष |
मेच्योरिटी पर आयु | 28 से 75 वर्ष |
बेसिक सम एश्योर्ड | 20 लाख से 2.5 करोड़ |
पाॅलिसी टर्म | 10, 15, 20, 25, 30 वर्ष |
न्यूनतम वार्षिक प्रीमियम | ₹3000 |
अधिकतम प्रीमियम | ₹932000 |
प्रीमियम पेमेंट टर्म | रेगूलर प्रीमियम |
प्रीमियम पेमेंट मोड्स | मासिक, छमाही, वार्षिक |
इस स्कीम में बीमाधारक का लाइफ कवर व गंभीर बिमारी कवरेज (Critical Illness Coverage) मिलता हैं। पाॅलिसी टर्म के अनुसार हर साल क्रिटिकल इलनेस कवर बढ़ेगा जबकि लाइफ कवर में कमी होगी। इस तरह से यह प्लान बीमित व्यक्ति के जीवन की अवस्थाओं के अनुसार लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस में रिबैलेंसिंग प्रदान करता हैं। साथ ही क्रिटिकल इलनेस के निदान के बाद सभी प्रीमियम मांफ होंगे।
पाॅलिसी धारक अपने लक्ष्य के अनुसार पाॅलिसी अवधि का चुनाव कर सकता हैं। इसके लिए 10 वर्ष, 15 वर्ष, 20 वर्ष, 25 वर्ष व अधिकतम 30 वर्ष की अवधि के विकल्प मौजूद हैं। पाॅलिसी टर्म के अनुसार ही लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस कवर में रिबैलेंसिंग अनुपात तय किया जाता हैं।
इस प्लान में न्यूनतम बीमित राशि (Sum Assured) 20 लाख रूपए तथा अधिकतम 2.5 करोड़ रुपए तक चुनीं जा सकती हैं। आश्वासित राशि में मृत्यु कवर व क्रिटिकल इलनेस कवर दोनों शामिल होते हैं। बीमित राशि का चुनाव 1 लाख रुपए के गुणज (Multiple) में किया जा सकता हैं। क्रिटिकल इलनेस कवर लेने के बाद लाइफ कवर पाॅलिसी टर्म के दौरान एक समान बना रहेगा।
प्रीमियम बीमाधारक की उम्र, धुम्रपान करने की आदत व सम एश्योर्ड पर निर्भर होता हैं। कम उम्र के बीमाधारक के लिए प्रीमियम कम होता हैं जबकि अधिक उम्र के व्यक्ति के लिए प्रीमियम अधिक होता हैं। वहीं धुम्रपान करने वाले व्यक्ति के लिए भी प्रीमियम अधिक होता हैं जबकि वे व्यक्ति जो धुम्रपान नहीं करते हैं तो उन्हें कम प्रीमियम देना होता हैं।
एसबीआई लाइफ पूर्ण सुरक्षा प्लान के तहत रेगुलर प्रीमियम जमा करना होता हैं। अर्थात पाॅलिसी टर्म के समान ही प्रीमियम टर्म होती हैं। हालांकि प्रीमियम मासिक, अर्द्धवार्षिक या वार्षिक तौर पर जमा किया जा सकता हैं।
SBI Life Poorna Suraksha Plan के तहत मासिक, अर्द्धवार्षिक या वार्षिक प्रीमियम जमा किया जा सकता हैं।
मासिक प्रीमियम जमा करने पर वार्षिक प्रीमियम का 8.5 प्रतिशत प्रीमियम जमा करना होगा। जबकि अर्द्धवार्षिक प्रीमियम जमा करने पर वार्षिक प्रीमियम का 51 प्रतिशत प्रीमियम जमा करना होगा।
न्यूनतम मासिक प्रीमियम 250 रूपए हो सकता हैं। जबकि अर्द्धवार्षिक प्रीमियम के तौर पर न्यूनतम 1500 रूपए होंगे। वार्षिक प्रीमियम के रूप में न्यूनतम 3000 रूपए जमा करने होंगे।
प्रीमियम आवेदक की उम्र, धुम्रपान की आदत व सम एश्योर्ड के अनुसार तय किया जाता हैं जो अलग अलग व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकता हैं। तथा बताएं गए आंकड़े बिना टैक्स के दर्शाएं गये हैं।
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एसबीआई लाइफ पूर्ण सुरक्षा प्लान में पूरी पाॅलिसी टर्म में प्रीमियम एक समान बना रहता हैं। लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस में रिबैलेंसिंग के बावजूद भी प्रीमियम में कोई बदलाव नहीं होता हैं।
इस योजना के तहत बीमा खरीदने पर बहुत से लाभ मिल सकते हैं। बीमित व्यक्ति के लिए लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस के साथ-साथ इस पाॅलिसी में निम्न लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं-
लाइफ स्टेज रिबैलेंसिग के तहत बीमा अवधि बढ़ने के साथ-साथ लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस कवर में संतुलन बना रहता हैं।
लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस अनुपात पाॅलिसी के शुरुआत में 80 : 20 होता हैं। जो पाॅलिसी अवधि के साथ रिबैलेंस होता रहता हैं। लाइफ कवर में कमी व क्रिटकल इलनेस में इस प्रकार बैलेंसिंग होती हैं।
पाॅलिसी टर्म | क्रिटिकल इलनेस में प्रतिवर्ष वृद्धि |
---|---|
10 वर्ष | 15% |
15 वर्ष | 10% |
20 वर्ष | 7.5% |
25 वर्ष | 6% |
30 वर्ष | 5% |
उदाहरण 1
इस तरह से यदि कोई व्यक्ति 10 के लिए पाॅलिसी खरीदता हैं। जिसका लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस सम एश्योर्ड 20 लाख रुपए हैं। इस पाॅलिसी टर्म के अनुसार क्रिटिकल इलनेस कवर में हर वर्षगांठ पर 15% की वृद्धि होती हैं जबकि लाइफ कवर में 15% की कमी आती हैं। जबकि बेसिक सम एश्योर्ड समान बना रहता हैं। हर वर्षगांठ पर लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस कवर निम्न प्रकार से रिबैलेंसिंग होगी-
पाॅलिसी टर्म | सम एश्योर्ड | लाइफ कवर | क्रिटिकल इलनेस कवर |
---|---|---|---|
01 | 20,00,000 | 16,00,000 | 4,00,000 |
02 | 20,00,000 | 15,40,000 | 4,60,000 |
03 | 20,00,000 | 14,80,000 | 5,20,000 |
04 | 20,00,000 | 14,20,000 | 5,80,000 |
05 | 20,00,000 | 13,60,000 | 6,40,000 |
06 | 20,00,000 | 13,00,000 | 7,00,000 |
07 | 20,00,000 | 12,40,000 | 7,60,000 |
08 | 20,00,000 | 11,80,000 | 8,20,000 |
09 | 20,00,000 | 11,20,000 | 8,80,000 |
10 | 20,00,000 | 10,60,000 | 9,40,000 |
उदाहरण 2
कोई व्यक्ति 10 के लिए पाॅलिसी खरीदता हैं। जिसका लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस सम एश्योर्ड 20 लाख रुपए हैं। इस पाॅलिसी टर्म के अनुसार क्रिटिकल इलनेस कवर में हर वर्षगांठ पर 15% की वृद्धि होती हैं जबकि लाइफ कवर में 15% की कमी आती हैं। जबकि बेसिक सम एश्योर्ड समान बना रहता हैं।
यदि पाॅलिसी खरीदने के पांचवें वर्ष में बीमित व्यक्ति किसी क्रिटिकल इलनेस (गंभीर बिमारी) से ग्रसित हो जाता हैं तब इस स्थिति में लाइफ कवर पांचवें वर्ष के बाद समान रहेगा जबकि क्रिटिकल इलनेस कवर समाप्त हो जाएगा।
पाॅलिसी टर्म | सम एश्योर्ड | लाइफ कवर | क्रिटिकल इलनेस कवर |
---|---|---|---|
01 | 20,00,000 | 16,00,000 | 4,00,000 |
02 | 20,00,000 | 15,40,000 | 4,60000 |
03 | 20,00,000 | 14,80,000 | 5,20,000 |
04 | 20,00,000 | 14,20,000 | 5,80,000 |
05 | 20,00,000 | 13,60,000 | 6,40,000 |
06 | 20,00,000 | 13,60,000 | – |
07 | 20,00,000 | 13,60,000 | – |
08 | 20,00,000 | 13,60,000 | – |
09 | 20,00,000 | 13,60,000 | – |
10 | 20,00,000 | 13,60,000 | – |
उदाहरण 3
कोई व्यक्ति 10 के लिए पाॅलिसी खरीदता हैं। जिसका लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस सम एश्योर्ड 20 लाख रुपए हैं। इस पाॅलिसी टर्म के अनुसार क्रिटिकल इलनेस कवर में हर वर्षगांठ पर 15% की वृद्धि होती हैं जबकि लाइफ कवर में 15% की कमी आती हैं। जबकि बेसिक सम एश्योर्ड समान बना रहता हैं।
यदि सातवें वर्ष बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती हैं तब नामित व्यक्ति को लाइफ कवर का भुगतान किया जाएगा व पाॅलिसी वहीं बंद कर दी जाएगी।
पाॅलिसी टर्म | सम एश्योर्ड | लाइफ कवर | क्रिटिकल इलनेस कवर |
---|---|---|---|
01 | 20,00,000 | 16,00,000 | 4,00,000 |
02 | 20,00,000 | 15,40,000 | 4,60,000 |
03 | 20,00,000 | 14,80,000 | 5,20,000 |
04 | 20,00,000 | 14,20,000 | 5,80,000 |
05 | 20,00,000 | 13,60,000 | 6,40,000 |
06 | 20,00,000 | 13,00,000 | 7,00,000 |
07 | 20,00,000 | – | – |
08 | 20,00,000 | – | – |
09 | 20,00,000 | – | – |
10 | 20,00,000 | – | – |
यदि पाॅलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती हैं तो नामित व्यक्ति को लाइफ कवर का भुगतान किया जाएगा। मृत्यु की तारीख तक प्रभावी लाइफ कवर का भुगतान किया जाएगा
पाॅलिसी में 36 गंभीर बीमारियों के लिए बीमा कवरेज प्रदान किया जाता हैं। पाॅलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति किसी गंभीर बिमारी से ग्रसित हो जाता हैं। (वे बीमारी जो पाॅलिसी के अंतर्गत स्वीकृत की गई हैं) तब बीमित व्यक्ति को क्रिटिकल इलनेस कवर का भुगतान किया जाएगा तथा आगामी प्रीमियम को जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी जबकि पाॅलिसी पूरी अवधि तक लाइफ कवर के लिए प्रभावी होगी।
बीमित व्यक्ति द्वारा क्रिटिकल इलनेस कवर लेने के बाद प्रीमियम जमा करने की आवश्यकता नहीं होती हैं। क्रिटिकल इलनेस कवर के तहत 36 बिमारियां शामिल हैं। जिनका क्लेम बीमित व्यक्ति लें सकता हैं। इतना ही नहीं क्रिटिकल इलनेस कवर (CI) के बाद संपूर्ण पाॅलिसी टर्म के प्रीमियम में छूट मिलती हैं।
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इस पाॅलिसी की खास बात यह भी हैं कि लाइफ कवर या क्रिटिकल इलनेस कवर लेने के बाद भी किसी अन्य बीमा का लाभ लेने के लिए स्वतंत्र हैं।
पाॅलिसी में जमा प्रीमियम पर आयकर अधिनियम 1961 के तहत छूट प्राप्त की जा सकती हैं।
आयकर सरकार द्वारा तय किये जाते हैं आयकर में समय समय पर परिवर्तन भी किया जा सकता हैं।
प्रीमियम अमाउंट किसी पुरुष या महिला के लिए अलग अलग होता हैं। महिला के लिए प्रीमियम थोड़ा कम होता हैं। जबकि पुरुष के लिए प्रीमियम अधिक जमा करना होता हैं। वहीं सम एश्योर्ड, धुम्रपान करने वाले व्यक्ति के अनुसार भी प्रीमियम में अंतर हो सकता हैं।
50 लाख का सम एश्योर्ड चुनने पर अलग-अलग आयु के पुरूष व महिला के लिए पाॅलिसी अवधि के अनुसार निम्न प्रीमियम जमा करना होगा-
उम्र | पाॅलिसी टर्म 10 वर्ष | पाॅलिसी टर्म 20 वर्ष | पाॅलिसी टर्म 30 वर्ष |
---|---|---|---|
25 | 6,472 | 6,967 | 8,492 |
30 | 7,592 | 9,167 | 11,904 |
35 | 10,054 | 13519 | 17,830 |
40 | 14,671 | 21,159 | 27,555 |
उम्र | पाॅलिसी टर्म 10 वर्ष | पाॅलिसी टर्म 20 वर्ष | पाॅलिसी टर्म 30 वर्ष |
---|---|---|---|
25 | 6,413 | 6,616 | 7,471 |
30 | 7,318 | 8,083 | 9,617 |
35 | 8,965 | 10,738 | 13,217 |
40 | 11,818 | 15,225 | 18,946 |
नोट: प्रीमियम के लागू टैक्स भी लागू होता हैं। ऊपर बताए गए प्रीमियम बिना टैक्स के दर्शाएं गये हैं।
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एसबीआई की इस बीमा योजना को खरीदने के लिए बहुत कम दस्तावेजों की आवश्यकता होती हैं। इसके लिए मुख्य आवश्यक दस्तावेज हैं-
• पहचान का प्रमाण (आधार कार्ड, पेनकार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि मे से कोई एक)
• पते का प्रमाण (आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट बिजली बिल टेलीफोन बिल आदि में से कोई एक होना चाहिए)
• आयु का प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस पासपोर्ट आदि मे से कोई एक होना चाहिए)
• मेडिकल रिपोर्ट (यदि कोई हो तब)
इस प्लान को आप एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट, बीमा एजेंटों या थर्ड पार्टी एजेंसी के माध्यम से खरीद सकते हैं।
हालांकि एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट से पाॅलिसी खरीदना सरल और आसान तरीका हैं इसके लिए आपको निम्न चरणों को फोलो करना हैं-
SBI Life की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
पूर्ण सुरक्षा प्लान चुनें, तथा ‘Buy Online’ पर क्लिक करें।
प्रीमियम जानने के लिए जरूरी विवरण दर्ज करें जैसे- पाॅलिसी टर्म, प्रीमियम भुगतान फ्रीक्वेंसी, जन्म तिथि व बीमा राशि।
कैल्कुलेटिड प्रीमियम की जांच करें व ‘Proceed’ पर क्लिक करें।
अपनी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करें।
प्रीमियम का भुगतान करें। इसके लिए क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग आदि से भुगतान कर सकते हैं।
इस तरह से आप एसबीआई पूर्ण सुरक्षा पाॅलिसी खरीद सकते हैं।
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SBI लाइफ पूर्ण सुरक्षा प्लान के तहत मिलने वाला कवरेज कुछ स्थिति में लागू नहीं होता हैं। अर्थात इस प्लान के कुछ बहिष्करण हैं जिसके तहत लाभार्थी को कवरेज का लाभ नही मिलता हैं जैसे-
फ्री-लुक अवधि:
पाॅलिसी खरीदने के बाद यदि बीमित व्यक्ति पाॅलिसी में की नियम व शर्तों या किसी अन्य वजह से असहमत हैं तो पाॅलिसी को 15 दिन के अंदर वापिस किया जा सकता हैं। यदि वापिस करने पर बीमित व्यक्ति को सभी टैक्स व चार्ज काटकर जमा प्रीमियम का भुगतान किया जाएगा।
मेच्योरिटी लाभ:
यह पाॅलिसी एक टर्म प्लान हैं। जो मेच्योरिटी पर कोई लाभ प्रदान नहीं करती हैं। अर्थात प्लान की अवधि समाप्त होने पर लाइक कवर व CI कवर समाप्त हो जाते हैं।
सरेंडर वैल्यू / पेड-अप वैल्यू:
पाॅलिसी को सरेंडर करने पर किसी तरह का भुगतान नहीं किया जाता हैं। अर्थात पाॅलिसी की सरेंडर वैल्यू या पेड-अप वैल्यू जीरो हैं।
ग्रेस पीरियड (Grace Period):
वार्षिक या अर्द्ध वार्षिक प्रीमियम जमा करने के लिए ड्यू डेट से 30 दिन का समय ग्रेस पीरियड के तहत मिलता हैं। जबकि मासिक प्रीमियम जमा करने पर 15 दिन का ग्रेस पीरियड मिलता हैं। ग्रेस पीरियड के दौरान पाॅलिसी पूर्ण रूप से चालू रहती हैं।
प्रतीक्षा अवधि:
पाॅलिसी प्रारंभ की तिथि से 90 दिन का समय प्रतीक्षा अवधि होता हैं। अगर इस समयांतराल में बीमित व्यक्ति को सूचीबद्ध बिमारियों के खिलाफ कवरेज प्रदान नहीं किया जाएगा।
वही इस प्लान में उत्तरजिवीता अवधि 14 दिनों की होती हैं। अर्थात गंभीर बिमारी का निदान के पश्चात बीमित व्यक्ति 14 दिन का इंतजार करना होगा। यदि बीमित व्यक्ति की 14 दिन के भीतर मृत्यु नहीं होती हैं तो बीमित व्यक्ति को क्रिटकल इलनेस कवर प्रदान किया जाएगा और यदि बीमित व्यक्ति की 14 दिन के अंदर मृत्यु हो जाती हैं तो नामित व्यक्ति को लाइफ कवर प्रदान किया जाएगा।
लोन एगेंस्ट पाॅलिसी:
इस पाॅलिसी के खिलाफ लोन नहीं लिया जा सकता हैं। अर्थात पाॅलिसी को सिक्योरिटी के तौर पर रखकर उधार नहीं लिया जा सकता हैं।
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एसबीआई लाइफ पूर्ण सुरक्षा प्लान के तहत लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस कवर शामिल होते हैं। पाॅलिसी टर्म के साथ लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस कवर में रिबैलेंसिंग बना रहता हैं।
इस स्कीम में मेच्योरिटी लाभ के रूप में कोई लाभ नहीं मिलता हैं। चूंकि यह एक टर्म प्लान हैं जिसमें लाइफ कवर व क्रिटिकल इलनेस कवर मिलता हैं।
पाॅलिसी अवधि, प्रीमियम पेमेंट आवृत्ति, सम एश्योर्ड आदि के अनुसार न्यूनतम प्रीमियम हैं-
वार्षिक प्रीमियम: ₹3,000
अर्द्ध वार्षिक प्रीमियम: ₹1,500
मासिक प्रीमियम: ₹250
इस प्लान में 36 सूचीबद्ध गंभीर बिमारियों के खिलाफ बीमा कवर मिलता हैं। गंभीर बिमारी कवरेज केवल एक बार दिया जाता हैं। जिसके बाद पाॅलिसी अवधि के दौरान केवल लाइफ कवर मिलता हैं।
नहीं, एसबीआई लाइफ़ पूर्ण सुरक्षा प्लान के तहत लोन नहीं लिया जा सकता हैं।
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