₹5000 में कौन सा म्यूचुअल फंड बेस्ट है?

आज के समय में पैसा कमाने के बहुत से विकल्प मौजूद हैं। लेकिन एक आम आदमी जैसे जैसे पैसा कमाता है वैसे वैसे खर्च भी हो जाता है, और भविष्य के लिए कुछ भी सेविंग नहीं कर पाता है। इसका बड़ा कारण है लोगों में सेविंग और इन्वेस्टमेंट को लेकर नासमझ।
क्योंकि जब तक आपको सेविंग को लेकर समझ नहीं होगी तब तक इन्वेस्टमेंट करना काफी मुश्किल होगा। क्योंकि इन्वेस्टमेंट के लिए पहले अपने खर्चे सीमित करना जरूरी है, अन्यथा आपकी इनकम का अधिकतर भाग खर्चों में ही चला जाएगा और इन्वेस्टमेंट के लिए कुछ बचेगा ही नहीं।
हालांकि इन्वेस्टमेंट के लिए जरूरी नहीं की आपके पास बहुत बड़ी इनकम का सोर्स होना चाहिए, बल्कि छोटी इनकम से भी इन्वेस्टमेंट की शुरुआत की जा सकती हैं। और इसी छोटी इन्वेस्टमेंट को समय के साथ आप बड़ी इन्वेस्टमेंट में बदल सकते हैं।
यदि आपकी इनकम भी कम है, या आप सोच रहे हैं कि छोटी रकम ₹5000 से ही इन्वेस्टमेंट की शुरुआत की जाएं, आपके लिए म्युचुअल फंड में सिप (SIP) के जरिए इन्वेस्टमेंट शुरू करना एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं।
अगर आपके पास ₹5000 की रकम है और आप इसे म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा फैसला हो सकता है। म्यूचुअल फंड में निवेश से आप कम जोखिम में अच्छी रिटर्न पा सकते हैं, खासकर जब निवेश सोच-समझकर किया गया हो।
₹5000 में कौन सा म्यूचुअल फंड बेस्ट है? जानिए स्मार्ट निवेश के तरीके
इस ब्लॉग में हम ₹5000 में निवेश के लिए कुछ बेहतरीन म्यूचुअल फंड्स की जानकारी देंगे और बताएंगे कि सही फंड का चयन कैसे करें। इससे पहले हम जानेंगे कि म्युचुअल फंड में निवेश क्यों करना चाहिए या कहें कि म्युचुअल फंड में निवेश के क्या फायदे हो सकते हैं।
म्युचुअल फंड ही क्यों चुनें?
यहां कुछ ऐसी खास बातों पर गौर दिया गया है जिसके आधार पर हम समझ सकते हैं कि आखिर म्युचुअल फंड में निवेश करना क्यों फायदेमंद साबित हो सकता हैं।
म्युचुअल फंड को चुनने के कई कारण हो सकते हैं, खासकर जब आप निवेश की दुनिया में स्मार्ट और संतुलित तरीके से कदम रखना चाहते हैं। तो आपके लिए म्युचुअल फंड का विकल्प बनाने के कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं:
1. पेशेवर प्रबंधन
म्युचुअल फंड एक पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा संचालित होते हैं, जो बाजार का विश्लेषण करके आपके पैसे को सही जगह निवेश करता है।
2. विविधता (Diversification)
आपका पैसा कई कंपनियों और सेक्टर्स में निवेश होता है, जिससे जोखिम कम होता है। “सभी अंडे एक ही टोकरी में नहीं” वाली कहावत यहां लागू होती है।
3. सुविधाजनक और पारदर्शी
आप आसानी से SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश कर सकते हैं। साथ ही NAV (Net Asset Value) के जरिए आप रोज़ाना अपने फंड का प्रदर्शन देख सकते हैं।
4. कम लागत में निवेश
छोटी राशि से भी शुरुआत की जा सकती है — SIP में आप ₹100 या ₹500 प्रति माह से भी निवेश शुरू कर सकते हैं।
5. टैक्स बेनिफिट
ELSS (Equity Linked Savings Scheme) जैसे म्युचुअल फंड्स में निवेश करने से धारा 80C के अंतर्गत आपको टैक्स छूट भी मिल सकती है।
6. तरलता (Liquidity)
आप कभी भी म्युचुअल फंड यूनिट्स बेच सकते हैं (बाजार के नियमों के अनुसार), जिससे ज़रूरत पड़ने पर पैसों की व्यवस्था आसान हो जाती है।
₹5000 में निवेश करने के लिए बेस्ट म्यूचुअल फंड्स
₹5000 की राशि से आप SIP (Systematic Investment Plan) या एकमुश्त (Lump Sum) दोनों तरीकों से निवेश कर सकते हैं। यहां कुछ भरोसेमंद और अच्छा प्रदर्शन करने वाले फंड्स हैं:
1. Axis Bluechip Fund (Direct-Growth)
जोखिम | मध्यम |
पिछले 5 साल का रिटर्न | लगभग 18 फीसदी |
कैटेगरी | इक्विटी लार्ज कैप |
एक्सपेंस रेश्यो | 0.7% |
एग्जिट लोड | 12 महीने के दौरान निवेशित राशि का 10% से अधिक निकालने पर 1% एग्जिट लोड |
मिनिमम SIP | ₹100 से शुरू |
2. Parag Parikh Flexi Cap Fund
जोखिम | मध्यम से उच्च |
पिछले 5 साल का रिटर्न | लगभग 28 फीसदी |
कैटेगरी | इक्विटी, भारतीय और विदेशी कंपनियों में निवेश |
एक्सपेंस रेश्यो | 0.63% |
एग्जिट लोड | 12 महीने के दौरान निवेशित राशि का 10% से अधिक निकालने पर 2% एग्जिट लोड |
मिनिमम SIP | ₹1000 से शुरू |
3. Mirae Asset Large Cap Fund
जोखिम | मध्यम |
पिछले 5 साल का रिटर्न | लगभग 18 फीसदी |
कैटेगरी | इक्विटी स्थिर लार्ज-कैप पोर्टफोलियो |
एक्सपेंस रेश्यो | 0.74% |
एग्जिट लोड | 12 महीने के दौरान रकम निकालने पर 1% एग्जिट लोड |
मिनिमम SIP | ₹99 से शुरू |
4. SBI Small Cap Fund
जोखिम | उच्च |
पिछले 5 साल का रिटर्न | लगभग 30 फीसदी |
कैटेगरी | इक्विटी स्माॅलकैप |
एक्सपेंस रेश्यो | 0.72% |
एग्जिट लोड | 12 महीने के दौरान रिडीम करने पर 1 फीसदी |
मिनिमम SIP | ₹500 से शुरू |
5. HDFC Hybrid Equity Fund
जोखिम | मध्यम |
पिछले 5 साल का रिटर्न | लगभग 21 फीसदी |
कैटेगरी | इक्विटी + डेट में बैलेंस |
एक्सपेंस रेश्यो | 1.08% |
एग्जिट लोड | 12 महीने के दौरान निवेशित राशि का 15% से अधिक निकालने पर 1% एग्जिट लोड |
मिनिमम SIP | ₹100 से शुरू |
बहतर म्युचुअल फंड कैसे चुनें
म्युचुअल फंड का चुनाव करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे आप अपने अनुसार सही म्युचुअल फंड चुन सकते हैं।
फंड कितना रिस्की हैं?
आप अपने रिस्क लेने की क्षमता के अनुरूप ही फंड का चयन करें। कुछ फंड ऐसे होते हैं जिनमें निवेश करने पर बहुत ज्यादा रिस्क (जोखिम) रहता हैं। और यदि आप ज्यादा रिस्क लेने में सक्षम नहीं है तो आपको कम जोखिम वाले फंड का चुनाव करना चाहिए।
रिटर्न रिकॉर्ड कैसा हैं?
यह एक ऐसा बिन्दु हैं, जब फंड का रिटर्न रिकॉर्ड अच्छा होता है तो अधिकतर निवेशक निवेश के लिए प्रेरित होते हैं। हालांकि फंड का पिछला रिटर्न रिकॉर्ड इस बात की कोई गारंटी नहीं हैं कि फंड भविष्य में भी इसी तरह प्रदर्शन करेगा। मगर यहां वहीं कहावत फिट होती हैं कि आंखों देखी मक्खी नहीं खाई जाती। इसलिए फंड के पिछले रिकॉर्ड को थोड़ा महत्व दिया जा सकता हैं।
म्यूचुअल फंड की केटेगरी
फंड की केटेगरी इसका संकेत हैं कि आपका पैसा कहां निवेश किया जाएगा, जैसे इक्विटी, डेट, हाइब्रिड, लार्ज कैप, मिडकैप, स्माॅलकैप फंड। इसमें जोखिम का स्तर भी अलग-अलग होता हैं अपने रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार फंड का चुनाव करें।
निवेश की अवधि
कुछ फंड लाॅक इन पिरियड के तहत कार्य करते हैं, जिनमें निवेश करने पर आपको एक निश्चित समयावधि के दौरान निवेश में बना रहना होगा। यदि इस समयावधि से पहले निवेश से बाहर होना चाहेंगे तो आपक अतिरिक्त चार्ज का भुगतान करना होगा। इसलिए अपने निवेश में कितने समय के लिए रहना है इसके अनुसार ही फंड का चयन करें।
₹5000 में म्यूचुअल फंड निवेश कैसे शुरू करें?
1. डिजिटल प्लेटफॉर्म चुनें:
Zerodha, Groww, Kuvera या Paytm Money जैसे ऐप्स से आसानी से शुरुआत करें।
2. KYC पूरा करें:
आधार, पैन कार्ड और बैंक डिटेल्स अपलोड करें।
3. फंड का चयन करें:
ऊपर दिए गए किसी भी फंड को चुनें।
4. SIP या Lump Sum विकल्प चुनें:
₹500 से भी SIP शुरू की जा सकती है।
SIP या एकमुश्त निवेश किसे चुनें?
जब आपके पास एकमुश्त (Lumpsum) रकम हों तो इसे एक साथ भी निवेश किया जा सकता हैं। हालांकि एकमुश्त निवेश के दौरान जोखिम बढ़ जाता हैं। क्योंकि यदि फंड नेगेटिव रिटर्न देता है तो आपको ज्यादा नुकसान की संभावना होगी। इसी तरह यदि फंड अच्छा प्रदर्शन दिखाता है तो आपको फायदा भी ज्यादा होगा।
इसके विपरित जब आप SIP के जरिए निवेश करते हैं तो आपकी सिर्फ कुछ रकम ही निवेशित रहती है जिसपर नुकसान या फायदा कम होता हैं। इसलिए SIP और Lumpsum दोनों के अपने अपने फायदे और नुकसान हैं। इसका सीधा मतलब हैं – कम जोखिम, कम रिटर्न, कम नुकसान और अधिक जोखिम, अधिक रिटर्न, अधिक नुकसान।
निवेश से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
अपना गोल तय करें: जैसे बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट या घर खरीदना।
समयावधि तय करें: लंबी अवधि के निवेश में रिस्क कम होता है। इसलिए अपने निवेश की समयावधि लंबी रखने का विज़न रखें।
रिस्क प्रोफाइल समझें: क्या आप High Risk ले सकते हैं या Safe खेलना चाहते हैं? इसके लिए भी आपको अलग अलग म्युचुअल फंड्स चुनने के विकल्प होते हैं।
निवेश के लिए रकम तय करें: हर माह SIP के जरिए आपके अकाउंट से एक निश्चित रकम होना चाहिए जिससे हर माह फंड के पास रकम पहुंच सके। जितनी रकम आसानी से आप निवेश कर सकते हैं उसका चयन करें।
FAQs – ₹5000 में म्यूचुअल फंड निवेश को लेकर सामान्य सवाल
हाँ, ₹5000 की रकम से SIP या एकमुश्त निवेश शुरू करना एक स्मार्ट निर्णय हो सकता है।
Index फंड या Large Cap फंड (जैसे Axis Bluechip Fund) अपेक्षाकृत सुरक्षित माने जाते हैं।
जी हां, अधिकांश फंड्स ₹500 से SIP की सुविधा देते हैं।
यह फंड के प्रकार और मार्केट प्रदर्शन पर निर्भर करता है। औसतन 10-15% सालाना रिटर्न मिल सकता है।
डाइवर्सिफिकेशन बेहतर रहता है। ₹2500-₹2500 दो अलग-अलग फंड्स में निवेश किया जा सकता है।
अगर आप निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं तो आज ही अपने रिसर्च के साथ आगे बढ़ें। म्यूचुअल फंड में समय और धैर्य से किया गया निवेश लंबे समय में अच्छे फल देता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। निवेश करने से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह अवश्य लें।