Zerodha डिमैट अकाउंट: आप सभी जानते होंगे कि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डिमैट अकाउंट का होना जरूरी है। बिना डिमैट अकाउंट के शेयर बाजार में ट्रेेड या निवेश कर पाना मुश्किल है।
आजकल डिमैट अकाउंट खोलने के लिए बहुत से ब्रोकर हैं जो निवेशकों के लिए डिमैट अकाउंट खोलते हैं। साथ ही ब्रोकर निवेशकों से कई तरह के शुल्क (Charges) भी वसूलते हैं। इसलिए डिमैट अकाउंट खोलने से पहले डिमैट अकाउंट शुल्क के बारे में जानकारी लेना बहुत जरूरी है। क्योंकि कई बार जानकारी के अभाव में अधिक या कहें बहुत ज्यादा शुल्क देना पड़ सकता हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हम आपको Zerodha डिमैट अकाउंट शुल्क के बारे में बताएंगे जैसे- डिमैट अकाउंट खोलने पर शुल्क, अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क, डिलीवरी शुल्क, इंट्रा-डे ट्रेडिंग शुल्क आदि इसके साथ ही कुछ अन्य जानकारी भी देंगे। जिससे आप अपने लिए बहतर ब्रोकर चुन सकें।
Zerodha डिमैट अकाउंट शुल्क
जेरोधा में डिमैट अकाउंट खोलने पर आपको बहुत से शुल्क देने पड़ते हैं। इनकी बारे में आपको जानकारी होना बहुत जरूरी है। जेरोधा डिमैट अकाउंट से ट्रेडिंग या निवेश करने पर निम्न शुल्क लागू होते हैं-
अकाउंट खोलने का शुल्क
अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क
ब्रोकरेज शुल्क
सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क
ट्रांजेक्शन शुल्क
स्कवायर ऑफ शुल्क
सेबी शुल्क
स्टांप ड्यूटी चार्ज आदि।
Zerodha डिमैट अकाउंट ओपनिंग शुल्क
जे़रोधा में ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से डिमैट अकाउंट खोला जा सकता हैं। ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से अकाउंट खोलने के लिए शुल्क भी अलग-अलग होती हैं। ऑनलाइन अकाउंट खोलना आसान होता हैं व इसके लिए कम फीस देनी पड़ती है। जबकि ऑफलाइन अकाउंट खोलने में अधिक समय लगता व फीस भी अधिक देनी पड़ती हैं।
वहीं केवल इक्विटी, स्टाॅक्स, करेंसी मे ट्रेंड करने के लिए भी कम शुल्क लागू होती हैं।
जबकि यदि इक्विटी, स्टाॅक्स, करेंसी के साथ साथ क्माॅडिटी में भी निवेश करने के लिए अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो इसके लिए अधिक शुल्क देना पड़ता हैं।
खाते का प्रकार | इक्विटी, स्टाॅक, करेंसी में ट्रेड व निवेश के लिए | इक्विटी, स्टाॅक, करेंसी व कमोडिटी में ट्रेड व निवेश के लिए |
---|---|---|
ऑनलाइन | ₹200 | ₹300 |
ऑफलाइन | ₹400 | ₹600 |
NRI (केवल ऑफलाइन) | ₹500 | उपलब्ध नहीं |
पार्टनरशिप, LLP, HUF, कॉर्पोरेट (केवल ऑफलाइन) | ₹500 | ₹800 |
अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क
Zerodha में डिमैट अकाउंट बनाने पर आपको 300 रुपए प्रतिवर्ष अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क देना पड़ता है। जबकि NRI के लिए 500 रूपए प्रतिवर्ष अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क देना होता हैं। साथ ही मेंटेनेंस चार्ज पर जीएसटी भी लागू होती हैं। अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क का भुगतान हर तिमाही में होता हैं जिसके अनुसार हर तीन महीने के लिए जेरोधा खाताधारक से 75 रूपए + जीएसटी लेता है।
हर तिमाही अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क: 75
जीएसटी: 18 प्रतिशत = 75×18%=13.5
कुल अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क: 75+13.5=88.5 रूपए
इस तरह से आपको हर तिन महीने के लिए 88.5 रूपए अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क देना होगा।
साथ ही आप अपने डिमैट अकाउंट से शेयर की खरीददारी या बिक्री करते हैं या नहीं फिर भी आपको अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क देना होगा।
इसे भी पढ़ें- स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले हर किसी को क्या सावधानी रखनी चाहिए?
जेरोधा ब्रोकरेज शुल्क
Zerodha इक्विटी डिलीवरी, इंट्रा-डे, फ्यूचर, ऑप्शन में ट्रेड करने के लिए अलग-अलग ब्रोक्रेज शुल्क वसूलता हैं। जहां तक इक्विटी डिलीवरी की बात करें तो जेरोधा इक्विटी डिलीवरी के लिए कोई शुल्क नहीं लेता हैं। जबकि इक्विटी इंट्रा-डे, इक्विटी फ्यूचर, इक्विटी ऑप्शन के तहत ट्रेड करने के लिए शुल्क लागू होता हैं।
ट्रेडिग का प्रकार | ब्रोकरेज शुल्क |
---|---|
इक्विटी डिलीवरी | जीरो |
इक्विटी इंट्रा-डे | 0.03% या ₹20 प्रति निष्पादित ऑर्डर (जो भी कम हो) |
इक्विटी फ्यूचर | 0.03% या ₹20 प्रति निष्पादित ऑर्डर (जो भी कम हो) |
इक्विटी ऑप्शन | ₹20 प्रति निष्पादित ऑर्डर |
Zerodha NRI ब्रोक्रेज शुल्क
किसी नाॅन रेजिडेंशियल ऑफ इंडिया (NRI) कारोबारी के लिए जेरोधा ब्रोकरेज शुल्क निम्न प्रकार लागू होती हैं-
• फ्यूचर एवं ऑप्शन में ट्रेड के लिए 100 रूपए प्रति ऑर्डर ब्रोकरेज शुल्क लागू होती हैं।
• इक्विटी डिलीवरी में हर निष्पादित ऑर्डर के लिए 0.1% या 200 रूपए (जो भी कम हो) लागू होती हैं।
• नाॅन PIS अकाउंट होने पर हर निष्पादित ऑर्डर के लिए 0.5% या 100 रूपए (जो भी कम हो) लागू होती हैं।
सिक्योरिटी / कमोडिटी ट्रांजैक्शन चार्ज
किसी भी सिक्योरिटी (स्टाॅक) या कमोडिटी को खरीदने या बेचने के लिए सरकार द्वारा ट्रांजेक्शन शुल्क लागू किया जाता हैं। इसे सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क (STT) या कमोडिटी ट्रांजेक्शन शुल्क (CTT) कहते हैं।
इक्विटी डिलीवरी के तहत निवेश करते समय खरीददारी या बिक्री दोनों पर सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क लागू होता हैं।
जबकि इंट्रा-डे, फ्यूचर व ऑप्शन में ट्रेड करने पर केवल स्टाॅक की बिक्री करते समय ही सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क लागू होती हैं।
इक्विटी डिलीवरी, इंट्रा-डे, फ्यूचर व इक्विटी ऑप्शन के लिए अलग-अलग शुल्क लागू होते हैं-
ट्रेडिग का प्रकार | सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क |
---|---|
इक्विटी डिलीवरी | 0.1% खरीद और बिक्री पर |
इक्विटी इंट्रा-डे | 0.025% बिक्री पक्ष पर |
इक्विटी फ्यूचर | 0.01% बिक्री पक्ष पर |
इक्विटी ऑप्शन | 0.05% बिक्री पक्ष पर |
जेरोधा ट्रांजेक्शन / टर्नओवर शुल्क
शेयर बाजार में हुए ट्रांजेक्शन के लिए शुल्क लागू होता हैं। इसके लिए ट्रांजेक्शन हुए कुल रकम का कुछ प्रतिशत शुल्क के रूप में देना होता हैं। हालांकि ट्रांजेक्शन शुल्क बहुत कम होता है।
ट्रांजेक्शन शुल्क NSE या BSE से ट्रेडिंग करने के लिए अलग-अलग भी हो सकती हैं-
ट्रेड का प्रकार | NSE से ट्रेड पर | BSE से ट्रेड पर |
---|---|---|
इक्विटी डिलीवरी | 0.00345% | 0.00345% |
इक्विटी इंट्रा-डे | 0.00345% | 0.00345% |
इक्विटी फ्यूचर | 0.002% | – |
इक्विटी ऑप्शन | 0.053% | – |
स्क्वायर ऑफ चार्जेज
इंट्रा-डे में ट्रेड करते हुए यदि आप अपनी पोजिशन को समय रहते स्क्वायर ऑफ नहीं करते हैं तो जेरोधा आपकी पोजिशन को ऑटो स्क्वायर ऑफ करता है इसके लिए जेरोधा आपसे ₹50+GST प्रति स्क्वायर ऑफ के लिए शुल्क वसूलता हैं।
इसे भी पढ़ें- कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदनी चाहिए? सबसे ज्यादा रिटर्न कौनसी क्रिप्टोकरेंसी ने दिया है?
DP (डिपाॅजिटरी पार्टिसिपेंट शुल्क)
शेयर बाजार, कमोडिटी, म्युचुअल फंड, डेरिवेटिव आदि में कारोबार करते समय डिपाॅजिटरी द्वारा विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटी को अपने पास सुरक्षित रखा जाता हैं।
बहुत से मध्यस्थ डिपाॅजिटरी के इस कार्य को आसान बनाने का काम करते हैं। जो स्टाॅक ब्रोकर भी हो सकते हैं। इन्हें डिपाॅजिटरी पार्टिसिपेंट कहते हैं।
स्टाॅक ब्रोकर द्वारा ही डिपाॅजिटरी पार्टिसिपेंट शुल्क लगाया जाता हैं। यह शुल्क केवल स्टाॅक बेचते समय ही लागू होता हैं।
निवेशक डीपी शुल्क को नजरंदाज कर देते हैं क्योंकि डीपी शुल्क का लेखा-जोखा काॅन्ट्रैक्ट नोट में भी नहीं होता हैं। जेरोधा मे डिमैट अकाउंट होने पर 13.5 रूपए प्रति स्क्रिप डीपी शुल्क वसूला जाता हैं। इसके अतिरिक्त डीपी शुल्क पर जीएसटी भी लागू होती हैं। डीपी शुल्क, NSDL डिपाॅजिटरी व जेरोधा ब्रोकर द्वारा वसूला जाता हैं।
SEBI चार्ज
सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा लगाये जाना वाला शुल्क सेबी (SEBI) शुल्क होता हैं। यह शुल्क बहुत मामूली शुल्क होता हैं जो कारोबार करते समय चुकाना होता हैं।
सिक्योरिटी के एक्सचेंज में किसी तरह की गड़बड़ी या धोखाधड़ी से निवेशकों को बचाने के लिए सेबी अहम भूमिका निभाती हैं। इसके लिए सेबी कारोबारियों से बहुत छोटी फीस वसूलता है। यह 10 रूपए प्रति करोड़ या 0.0001% होती हैं।
स्टांप ड्यूटी चार्ज
शेयर खरीदते समय स्टांप ड्यूटी चार्ज देना होता हैं।
जबकि शेयरों की बिक्री करते समय स्टांप ड्यूटी चार्ज देने की आवश्यकता नहीं होती हैं। स्टांप ड्यूटी चार्ज हर राज्य के लिए अलग-अलग हो सकता हैं।
उत्तर प्रदेश के लिए स्टांप ड्यूटी चार्ज 0.02 प्रतिशत या अधिकतम 1000 रूपए होती हैं।
राज्य सरकार के अनुसार स्टांप ड्यूटी चार्ज मे बदलाव संभव है।
वास्तु एवं सेवा कर (GST)
शेयर बाजार में लगने वाले ब्रोक्रेज शुल्क व ट्रांजेक्शन शुल्क पर जीएसटी भी लागू होती हैं। सरकार द्वारा तय 18 प्रतिशत जीएसटी लागू की जाती हैं।
यदि ब्रोक्रेज शुल्क व ट्रांजेक्शन शुल्क मिलाकर 1000 रूपए हैं जब जीएसटी होगी-
1000×18%=180 रूपए
अर्थात 1000 रूपए की ब्रोक्रेज व ट्रांजेक्शन शुल्क पर 180 रूपए जीएसटी के रूप में चुकाने होंगे जबकि ब्रोक्रेज व ट्रांजेक्शन शुल्क के रूप में कुल मिलाकर 1180 रूपए चुकाने होंगे।
Zerodha ब्रोक्रेज शुल्क केल्कुलेशन
जेरोधा के माध्यम से शेयर बाजार में ट्रेड या निवेश करते समय निवेशकों को कौन कौन से चार्जेज देने पड़ते हैं इसकी गणना हम उदाहरण के माध्यम से समझते हैं।
इक्विटी इंट्रा-डे ब्रोकरेज शुल्क केल्कुलेशन
मानकर चलिए NSE (National Stock Exchange) के माध्यम से इंट्रा-डे ट्रेड में SBILife के 1000 शेयर 120 रूपए में खरीदे जाते हैं जबकि 140 रूपए के हिसाब से बेच दिये जाते हैं तब लगने वाले विभिन्न प्रकार के शुल्क इस प्रकार होंगे-
ब्रोकर | जेरोधा |
स्टाॅक एक्सचेंज | NSE |
ट्रेड का प्रकार | इंट्रा-डे |
शेयरों की संख्या | 1000 |
खरीदते समय एक शेयर का मूल्य | ₹120 |
बेंचते समय एक शेयर का मूल्य | ₹140 |
कुल टर्नओवर | ₹260000 |
ब्रोकरेज शुल्क | ₹40 |
सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क | ₹35 |
ट्रांजेक्शन शुल्क | ₹8.97 |
जीएसटी (GST) | (ब्रोकरेज शुल्क + ट्रांजेक्शन शुल्क) (40+8.97)×18%=8.81 |
सेबी शुल्क | ₹0.26 |
स्टांप ड्यूटी शुल्क | ₹3.6 |
कुल टैक्स व शुल्क | ₹96.64 |
ट्रेड के दौरान कुल लाभ | ₹19903.36 |
इक्विटी डिलीवरी ब्रोकरेज शुल्क केल्कुलेशन
यदि आप NSE (National Stock Exchange) के माध्यम से डिलीवरी के तहत SBILife के 1000 शेयर 120 रूपए में खरीते हैं जबकि 140 रूपए के हिसाब से बेचते हैं तब लगने वाले सभी शुल्क इस प्रकार होंगे-
स्टाॅक ब्रोकर | जेरोधा |
स्टाॅक एक्सचेंज | NSE |
कारोबार का प्रकार | डिलीवरी |
शेयरों की संख्या | 1000 |
खरीदते समय एक शेयर का मूल्य | ₹120 |
बेंचते समय एक शेयर का मूल्य | ₹140 |
कुल टर्नओवर | ₹260000 |
ब्रोकरेज शुल्क | ₹0.0 |
सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क | ₹260 |
ट्रांजेक्शन शुल्क | ₹8.97 |
जीएसटी (GST) | (ब्रोकरेज शुल्क + ट्रांजेक्शन शुल्क) (0.0+8.97)×18%=1.61 |
सेबी शुल्क | ₹0.26 |
स्टांप ड्यूटी शुल्क | ₹18 |
कुल टैक्स व शुल्क | ₹288.84 |
ट्रेड के दौरान कुल लाभ | ₹19711.16 |
इक्विटी फ्यूचर एवं ऑप्शन ब्रोकरेज शुल्क केल्कुलेशन
यदि आप NSE (National Stock Exchange) के माध्यम से फ्यूचर या ऑप्शन ट्रेड में SBILife के 1000 शेयर 120 रूपए में खरीते हैं जबकि 140 रूपए के हिसाब से बेचते हैं तब लगने वाले विभिन्न शुल्क इस प्रकार होंगे-
स्टाॅक ब्रोकर | जेरोधा |
स्टाॅक एक्सचेंज | NSE |
ट्रेड का प्रकार | फ्यूचर या ऑप्शन |
शेयरों की संख्या | 1000 |
खरीदते समय एक शेयर का मूल्य | ₹120 |
बेंचते समय एक शेयर का मूल्य | ₹140 |
कुल टर्नओवर | ₹260000 |
ब्रोकरेज शुल्क | ₹40 |
सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन शुल्क | ₹14 |
ट्रांजेक्शन शुल्क | ₹5.2 |
जीएसटी (GST) | (ब्रोकरेज शुल्क + ट्रांजेक्शन शुल्क) (40+5.2)×18%=8.14 |
सेबी शुल्क | ₹0.26 |
स्टांप ड्यूटी शुल्क | ₹2.4 |
कुल टैक्स व शुल्क | ₹70 |
ट्रेड के दौरान कुल लाभ | ₹19930 |
जेरोधा डिमैट अकाउंट अन्य शुल्क
डिमैट अकाउंट के साथ कुछ अतिरिक्त सेवाएं या सर्विसेज भी ली जा सकती हैं। जिनके लिए ब्रोकर अतिरिक्त शुल्क वसूलते हैं। जेरोधा ब्रोकर से अन्य सर्विसेज लेने पर निम्न शुल्क लागू होते हैं-
सेवाएं / सर्विसेज | शुल्क |
---|---|
स्क्रीनर | मासिक: ₹100 तिमाही: ₹285 अर्द्ध वार्षिक: ₹540 वार्षिक: ₹960 |
स्टाॅक रिपोर्ट | मासिक: ₹150 अर्द्धवार्षिक: ₹810 वार्षिक: ₹1440 |
सेंसिबुल (प्रतिमाह) | Free: ₹0 Lite: ₹800 Pro: ₹1300 |
स्ट्रीक (प्रतिमाह) | रेगुलर: ₹690 अल्टीमेट: ₹1400 |
स्मॉलकेस | ₹100 प्रति ट्रांजेक्शन |
Kite कनेक्ट (प्रतिमाह) | कनेक्ट: ₹2000 हिस्टोरिकल: ₹2000 |
फिजिकल CMR रिपोर्ट | ₹20+ ₹100 (कूरियर चार्ज) |
Pledge शुल्क | ₹30+ GST / Pledge |
पेमेंट में देरी होने पर | 18% प्रतिवर्ष या 0.5% प्रतिदिन |
ऑफ मार्किट ट्रांसफर शुल्क | ₹25 या 0.03% जो भी कम हो |
पेमेंट गेटवे शुल्क | ₹9 + GST यूपीआई ट्रांजेक्शन पर |
इसे भी पढ़ें- पोस्ट ऑफिस बेस्ट स्कीम, इंटरेस्ट रेट, स्कीम के फायदे व विशेषताएं
Zerodha में डिमैट अकाउंट कैसे खोलें?
जेरोधा के माध्यम से डिमैट अकाउंट खोलना बहुत आसान है। इसके लिए आपके पास जरूरी दस्तावेज जैसे- पेनकार्ड, अआधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बिजली बिल, पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, रद्द चेक होने चाहिए। जिनकी आपको डिमैट अकाउंट खोलते समय आवश्यकता पड़ेगी।
• जेरोधा मे डिमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे पहले जेरोधा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
• Open An Account पर जाएं। अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। मोबाइल पर आएं ओटीपी दर्ज करें।
• अपना नाम व ईमेल आईडी दर्ज करें।
• पेनकार्ड नंबर, जन्म तिथि, लिग आदि विवरण भरें।
• खाता खोलने के लिए लागू शुल्क का भुगतान करें।
• अपने आधार कार्ड को डिजिलाॅकर से जोड़े
• अपने बैंक अकाउंट नंबर व आईएफएससी कोड दर्ज करें।
• अपने माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति आदि का विवरण भरें।
• अपना इनपर्सन वेरिफिकेशन (IPV) करें।
• रद्द चेक / पासबुक, हस्ताक्षर, फोटोग्राफ आदि दस्तावेज अपलोड करें।
• आधार कार्ड के द्वारा अकाउंट फार्म को ओटीपी दर्ज करके E-Sign करें।
• इसके बाद आपको क्लाइंट आईडी, व पासवर्ड आपकी ईमेल आईडी पर भेज दिया जाता हैं।
• अब आपका डिमैट अकाउंट सक्रिय हो चुका है जिसके माध्यम से आप शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
Zerodha डिमैट अकाउंट के फायदें एवं विशेषताएं
• जेरोधा में डिमैट अकाउंट ओपन करना बहुत आसान हैं।
• खाता खोलने की प्रक्रिया ऑनलाइन हैं (नामांकन को छोड़कर)
• डिलीवरी में निवेश करने के लिए ब्रोकरेज शुल्क नहीं लागू होता हैं।
• इंट्रा-डे ट्रेडिंग में सिर्फ 20 रूपए प्रति एक्जीक्यूटिव ऑडर ब्रोकरेज शुल्क लगता है।
• इक्विटी डिलीवरी, फीचर एवं ऑप्शन, करेंसी व कमोडिटी के लिए एक ही प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
• अकाउंट मेंटेनेंस शुल्क 300 रूपए प्रतिवर्ष है जिसका भुगतान हर तीन महीने में किया जाता हैं।
Zerodha डिमैट अकाउंट संबंधित FAQs
इक्विटी, स्टाॅक, करेंसी में निवेश करने के लिए डिमैट अकाउंट खोलने पर 200 रूपए शुल्क देना पड़ता हैं जबकि इक्विटी, स्टाॅक, करेंसी के साथ साथ कमोडिटी में निवेश करने के अकाउंट खोलने के लिए 300 रूपए अकाउंट ओपनिंग शुल्क देना होगा। वहीं ऑफलाइन अकाउंट खोलने के लिए दोगुना शुल्क देना पड़ता हैं।
हां, जेरोधा के माध्यम से कमोडिटी में भी निवेश किया जा सकता हैं। मगर इसके लिए अतिरिक्त अकाउंट ओपनिंग शुल्क देना होगा।
नहीं, जैरोधा डिमैट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य नहीं है।
जेरोधा मे डिमैट अकाउंट खोलने के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन किया जा सकता हैं।
पेनकार्ड
आधार कार्ड
रद्द चेक / पासबुक
स्केन हस्ताक्षर
फोटोग्राफ आदि।
जेरोधा मे डिमैट अकाउंट होने पर 13.5 रूपए प्रति स्क्रिप डीपी शुल्क (डिपाॅजिटरी पार्टिसिपेंट शुल्क) व जीएसटी लागू होता हैं।
अस्वीकरण / Disclaimers
इस पेज में बताई गई जानकारी का उद्देश्य डिमैट अकाउंट से ट्रेड या निवेश करने पर लगने वाले शुल्क के बारे में सामान्य जानकारी देना हैं। जेरोधा द्वारा लगाए जाने वाले शुल्कों में पूर्ण रूप से जेरोधा के विवेक के अनुसार परिवर्तन संभव है।
पैसावालेडाॅटइन कभी भी किसी व्यक्ति को डिमैट अकाउंट खोलने या शेयर बाजार में पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित नहीं करता हैं। सभी निवेशक अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए ही बाजार में निवेश करें।
इन्हें भी पढ़ें- SBI मंथली इनकम प्लान इंटरेस्ट रेट, स्कीम अवधि, फायदे व विशेषताएं
बैंक ऑफ़ इंडिया गोल्ड लोन इंटरेस्ट रेट, योग्यता, प्रोसेसिंग फीस, आवेदन कैसे करें?
पोस्ट ऑफिस डबल मनी स्कीम इंटरेस्ट रेट, अवधि, फायदे एवं विशेषताएं