मिड कैप म्युचुअल फंड, जोखिम और रिटर्न में संतुलन बनाए रखने के लिए बहतर विकल्प हो सकता हैं। इन म्युचुअल फंडों में, स्माॅल कैप फंड की तुलना में कम जोखिम रहता हैं। जबकि लार्ज कैप फंड के मुकाबले अधिक जोखिम रहता हैं। इसी प्रकार रिटर्न के मामले में ये फंड, स्माॅल कैप फंड से कम रिटर्न देते हैं और लार्ज कैप फंड से अधिक रिटर्न देते हैं।
सिर्फ रिटर्न या जोखिम को ध्यान में रखकर किसी फंड का चुनाव करना उचित नहीं हो सकता हैं। किसी फंड में निवेश करने से पहले उस के बारे में अन्य जानकारी लेना भी जरूरी होता हैं।
सभी निवेशक म्युचुअल फंड से बहुत ज्यादा रिटर्न की उम्मीद रखते हैं। मगर कई बार उम्मीद के मुताबिक रिटर्न नहीं मिल पाता है। क्योंकि म्युचुअल फंड में निवेश पर कोई फिक्स्ड रिटर्न नहीं होता हैं। यह बाजार जोखिमों के अधीन होता हैं। मतलब बाजार की स्थिति ठीक होने पर म्युचूअल फंड का रिटर्न भी ठीक होगा और बाजार की स्थिति खराब होने पर म्युचूअल फंड का नकारात्मक परिणाम होगा।
म्युचुअल फंड का चुनाव करते समय किसी एक कारक पर निर्भर होना ठीक नहीं होगा। बल्कि सुनिश्चित करें कि फंड की निगरानी भली भांति की जा रही हैं या नहीं। फंड की समीक्षा करना भी बेहद जरूरी होता हैं। आप समय समय पर निवेश की समीक्षा कर सकते हैं। यदि फंड के सकारात्मक परिणाम रहते हैं तो आप निश्चिंत रह सकते हैं अन्यथा अन्य फंड की तरफ रुख करना बहतर विकल्प हो सकता हैं।
इस पेज में कुछ बहतर मिडकैप म्युचुअल फंड को बताया गया हैं। जो SIP (Systematic Investment Plan) सिप के माध्यम से निवेश के लिए बहतर हो सकते हैं। फंड की परर्फोमेंस व रेटिंग के आधार पर इनका चयन किया गया हैं।
PGIM इंडिया मिड कैप अपार्चुनिटी फंड रिटर्न 20.73 फीसदी
इस फंड ने पिछले एक साल में करीब 20.73 फीसदी का रिटर्न दिया है। वही पिछले तीन साल का वार्षिक रिटर्न 33.92 फीसदी रहा हैं। हालांकि बाजार में लगातार बिकवाली का माहौल बना हुआ हैं जिसके कारण पिछले छः महीने में फंड ने रिटर्न के मामले में नकारात्मक परिणाम दिये हैं। पिछले एक माह में फंड ने -9.67 फीसदी रिटर्न दिया हैं। एसआईपी के माध्यम से किये गये निवेश पर पिछले तीन साल में लगभग 67.37 फीसदी मुनाफा दिया हैं। फंड में निवेश करने पर वर्तमान मंदी का फायदा उठाया जा सकता हैं। जैसे ही बाजार की स्थिति ठीक होगी। फंड के अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
इस फंड का AUM 16,371 करोड़ हैं। फंड नें पिछले तीन साल में बेंचमार्क से अधिक रिटर्न दिया हैं। फंड की मौजूदा मेनेजमेंट में अनिरूध्दा, कुणाल जैन तथा विवेक शर्मा शामिल हैं।
फंड का एक्सपेंस रेश्यो 0.47 फीसदी हैं तथा एग्जिट लोड 0.5% हैं। हालांकि 90 दिन के बाद रीडिम करने पर कोई एग्जिट लोड लागू नहीं होता हैं। वैल्यू रिसर्च के अनुसार इस फंड को 5 स्टार रेटिंग दी गई हैं।
इसका मौजूदा फंड साइज 4887 करोड़ हैं। इस फंड में न्यूनतम 1,000 रूपए प्रति माह से SIP शुरू की जा सकती हैं।
फंड के पोर्टफोलियो में लगभग 51 होल्डिंग शामिल हैं जो लगभग सभी इक्विटी सेक्टर से संबंधित हैं। स्टाॅक इंडस्ट्री की बात की जाए तो केपिटल गुड्स इंडस्ट्री में 14.60%, कंस्ट्रक्शन में 11.90%, फाइनेंशियल में 11.70%, हेल्थकेयर में 10.70% रकम निवेश की गई हैं। पोर्टफोलियो की टाॅप 10 होल्डिंग में परसिस्टेंट सिस्टम्स, एबीबी इंडिया, फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक, डालमिया भारत, कमिंस इंडिया, टीवीएस मोटर्स, टिमकेन इंडिया, अशोक लेलैंड व स्नोफी इंडिया शामिल हैं।
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क्वांट मिडकैप फंड रिटर्न 27.17 फीसदी
क्वांट मिडकैप म्युचुअल फंड स्कीम में निवेश की गई रकम पर पिछले एक साल का रिटर्न 27.17 प्रतिशत रहा हैं। SIP के माध्यम से निवेशित रकम पर पिछले तीन साल में लगभग 72.87 फीसदी मुनाफा दिया हैं। वहीं पिछले तीन साल का एकमुश्त रकम पर मुनाफा करीब 33.18 फीसदी प्रतिवर्ष रहा हैं या कुल रिटर्न 136.22 फीसदी रहा हैं।
इस फंड के रिटर्न पर भी बाजार में छाई मंदी का असर देखा गया हैं। जिसके फलस्वरूप पिछले एक महीने में रिटर्न -10.04 रहा हैं। हालांकि मार्च में फंड की एनएवी वर्तमान एनएवी से भी काफी नीचे जा चुकी थी। इसके अलावा यह फंड लगातार अच्छा प्रदर्शन करता आया हैं और आगे भी सकारात्मक परिणाम की संभावना हैं। इस समय एनएवी हाई लेवल से काफी नीचे हैं। यदि फंड में अभी निवेश किया जाता हैं तो आने वाले समय में अच्छा रिटर्न मिल सकता हैं।
फंड का रिटर्न बेंचमार्क से अधिक रहा हैं। इसका एक्सपेंस रेश्यो 0.57 फीसदी हैं। वहीं एग्जिट लोड 0.50 फीसदी हैं। जो केवल शुरुआती 3 महीने के लिए लागू होता हैं। फंड की अगुवाई संजीव शर्मा, वैशव सहगल, अंकित ए पांडे द्वारा की जाती हैं।
इसका एयूएम 6179 करोड का हैं। वैल्यू रिसर्च के मुताबिक इस फंड को 5 स्टार रेटिंग दी गई हैं। इसका मौजूदा फंड साइज 360 करोड रूपए का हैं। इस फंड में न्यूनतम 1,000 रूपए से मासिक SIP शुरू की जा सकती हैं। मंथली ऑर्डर ट्रैंड देखा जाए तो वन टाइम इन्वेस्टमेंट व एसआईपी 50-50 फीसदी हैं। फंड का पीई रेश्यो 24.17 तथा बीटा 0.82 व एल्फा रेश्यो 11.41 हैं।
फंड के पोर्टफोलियो में सर्विसेज, केमिकल, कंस्ट्रक्शन, हेल्थकेयर, कम्यूनिकेशन आदि इंडस्ट्रीज के स्टाॅक शामिल हैं। यदि आपको लगता हैं कि इन इंडस्ट्रीज में आने वाले समय में अच्छा ग्रोथ होने वाला है तो आप इस फंड में निवेश कर सकते हैं।
फंड की टाॅप 10 होल्डिंग में लिंडे इंडिया, इंडियन होटल्स कंपनी, रूचि सोया, नेशनल एल्यूमीनियम, टाटा कम्यूनिकेशंस, जीएमआर इंफ्रा, अडानी पोर्ट, अडानी इंटरप्राइजेज, फाॅरटिस हेल्थकेयर व सन टीवी नेटवर्क शामिल हैं।
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निप्पाॅन इंडिया ग्रोथ फंड रिटर्न 20.48 फीसदी
यह एक इक्विटी मिडकैप म्युचुअल फंड हैं। 12,015 करोड रूपए फंड साइज वाले निप्पाॅन इंडिया ग्रोथ फंड ने बीते एक वर्ष में 20.48 प्रतिशत रिटर्न दिया हैं। पिछले तीन वर्षों में इसका कुल रिटर्न 81.40 फीसदी रहा हैं जो कि वार्षिक तौर पर 21.96 फीसदी हैं। SIP निवेश पर इसका रिटर्न पिछले तीन साल में 45.38 फीसदी रहा हैं। फंड में न्यूनतम मासिक एसआईपी 100 रूपए से शुरू की जा सकती हैं।
इस फंड का एयूएम 2,77,915 करोड़ रुपए हैं। टोटल एसेट्स के आधार पर भारत में इस फंड की रेंक 6 वे स्थान पर हैं। वैल्यू रिसर्च के मुताबिक इसकी 4 स्टार रेटिंग दी गई हैं। इसका एक्सपेंस रेश्यो 0.41 प्रतिशत है जो काफी अच्छा हैं तथा एग्जिट लोड 1 प्रतिशत हैं जो कि थोड़ा ज्यादा हैं हालांकि यह केवल शुरुआती 30 दिन के लिए लागू होता हैं।
फंड की अगुवाई मनीष गोस्वामी, ध्रुमिल शाह व तेजस सेठ द्वारा की जाती हैं। इनका फंड मेनेजमेंट में काफी अच्छा अनुभव रहा हैं। मंथली ऑर्डर ट्रैंड को देखते हुए फंड में एसआईपी ऑर्डर 79 फीसदी हैं। जबकि एकमुश्त रकम का निवेश 21 फीसदी हैं।
फंड के पोर्टफोलियो में सर्विसेज, टेक्नोलॉजी, केमिकल, फाइनेंशियल, हेल्थकेयर आदि इंडस्ट्री के स्टाॅक शामिल हैं। वहीं टाॅप 10 होल्डिंग में वरूण बेवरेज लिमिटेड, चोलामंडलम फाइनेंस, मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज, एयू स्माॅल फाइनेंस बैंक, आदित्य बिड़ला फेशन, फेडरल बैंक, एल एंड टी टेक्नोलॉजी, परसिस्टेंट सिस्टम्स, एसआरएफ लिमिटेड व आईपीसीए लेबोरेट्रीज शामिल हैं।
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एडलवाइस मिडकैप म्यूचुअल फंड रिटर्न 17.47 फीसदी
Edelweiss Midcap फंड ने बीते एक साल में 17.47 फीसदी रिटर्न दिया हैं। इसका फंड साइज 1919 करोड़ रुपए का हैं। फंड का रिटर्न पिछले तीन साल के दौरान 24.57 फीसदी रहा हैं। एसआईपी के द्वारा निवेशित रकम पर पिछले तीन वर्षो का रिटर्न 47.44 फीसदी रहा हैं। पिछले कई सालों से फंड का प्रर्दशन लाजवाब रहा हैं। मगर पिछले एक माह से रिटर्न अच्छा नहीं रहा हैं। क्योंकि बाजार में बिकवाली का माहौल बना हुआ हैं जिसके चलते फंड की होल्डिंग में भी काफी गिरावट देखने को मिली हैं।
फंड का एक्सपेंस रेश्यो 0.47 फीसदी हैं जबकि एग्जिट लोड शुरुआती 12 महीनों के लिए 1 प्रतिशत हैं।
फंड में एसआईपी ऑर्डर लगभग 81 फीसदी हैं जबकि वन टाइम इन्वेस्टमेंट का प्रतिशत लगभग 19 हैं। SIP इन्वेस्टमेंट के लिए यह फंड निवेश के लिए अच्छा विकल्प हो सकता हैं।
फंड के मेनेजमेंट में हाल ही में बदलाव किया गया हैं। नये मेनेजमेंट मे साहिल शाह व त्रिदीप भट्टाचार्य के द्वारा फंड की अगुवाई की जाती हैं। टोटल एसेट्स के आधार पर इंडिया में फंड की रेंकिंग 15 वे नंबर पर हैं। वैल्यू रिसर्च के अनुसार फंड को 4 स्टार रेटिंग मिली हैं। फंड के पास एसेट अंडर मेनेजमेंट यानी एयूएम 78,128 करोड़ हैं।
फंड की होल्डिंग में टेक्नोलॉजी, केमिकल, कंस्ट्रक्शन, हेल्थकेयर, फाइनेंशियल इंडस्ट्री शामिल हैं। जिसमें सबसे ज्यादा होल्डिंग प्रतिशत फाइनेंस सेक्टर में हैं। फाइनेंस सेक्टर में लगभग 18.5%, केपिटल गुड्स मे 14.2%, केमिकल सेक्टर में लगभग 10.6 फीसदी रकम निवेश हैं।
फंड का पीई रेश्यो 27.22 प्रतिशत हैं जबक बीटा रेश्यो 0.96 व एल्फा 2.57 फीसदी हैं।
टाॅप 10 होल्डिंग में परसिस्टेंट सिस्टम्स, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस, ट्रेंट लिमिटेड, फेडरल बैंक, क्रंपटन ग्रेव्स, टाटा पावर, एबीबी इंडिया, एसआरएफ लिमिटेड, कमिंस इंडिया व नवीन फ्लूरोन इंटरनेशनल लिमिटेड शामिल हैं।
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इनवेस्को इंडिया मिडकैप म्युचुअल फंड ने बीते एक साल में लगभग 14.44 फीसदी का रिटर्न दिया हैं। जबकि पिछले तीन साल का रिटर्न 20.88 फीसदी प्रतिवर्ष रहा है। इसके पिछले पांच साल के रिटर्न की बात करें तो आस फंड ने लगभग 14.62 फीसदी मुनाफा दिया हैं।
पिछले एक महीने से फंड का प्रर्दशन अच्छा नहीं रहा हैं। इस दौरान रिटर्न नकारात्मक रूप से -10.40 फीसदी रहा हैं। इस फंड की 98.50 प्रतिशत रकम इक्विटी में निवेश हैं जबकि केवल 1.50% रकम कैश में हैं। इक्विटी सेक्टर में जबरदस्त गिरावट आई हैं जिसके कारण लगभग सभी इक्विटी फंड के रिटर्न पर प्रभाव पड़ा हैं। नये निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका भी हो सकता हैं। क्योंकि बाजार में अभी काफी गिरावट हैं यदि वे इस समय निवेश करते हैं तो बाजार में सुधार होने पर अच्छा मुनाफा मिल सकता हैं। हालांकि बाजार के भविष्य के बारे कुछ कह पाना मुश्किल हैं।
0.60 फीसदी एक्सपेंस रेश्यो व 1 फीसदी एग्जिट लोड के साथ फंड को 4 स्टार रेटिंग मिली हैं। इस फंड में 86 फीसदी एसआईपी के माध्यम से निवेश किया गया हैं जबकि वन टाइम निवेश केवल 14 फीसदी हैं। फंड में न्यूनतम 500 रूपए से एसआईपी शुरू की जा सकती हैं।
फंड की अगुवाई प्रणव गोखले व निलेश धामनसकर द्वारा की जाती हैं। फंड के पास वर्तमान में कुल 52 होल्डिंग हैं। जिनमें अलग अलग प्रतिशत में निवेश किया गया हैं। फंड द्वारा सबसे ज्यादा लगभग 30 फीसदी निवेश फाइनेंशियल व ऑटोमोबाइल सेक्टर में निवेश किया गया हैं। टाॅप 10 होल्डिंग में परसिस्टेंट सिस्टम्स, सुंदरम फास्टनर्स, वोल्टास, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस, ट्रेंट लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक, माइंडा लिमिटेड, जिंदल स्टील, क्राफ्टमेन ऑटोमेशन, एमफेसिस लिमिटेड हैं।
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डिस्क्लेमर: यह निवेश के लिए सलाह नहीं हैं। पैसावालेडाॅटइन कभी भी किसी व्यक्ति को निवेश के लिए प्रेरित नहीं करता हैं। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।